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श्रेणी: कहानी समीक्षा

परिंदे कहानी – निर्मल वर्मा की समीक्षा और पात्र परिचय

परिंदे कहानी का प्रकाशन 1960 में हुआ। जो कि एक दुनिया समानांतर में संकलित है। कई विद्वानों ने इस कहानी से नई कहानी आंदोलन की शुरुआत माना है। अकेलेपन के…

आकाशदीप कहानी – जयशंकर प्रसाद की समीक्षा,सारांश/सार और पात्र

आकाशदीप कहानी का प्रकाशन 1929 में किया गया। आकाशदीप कहानी में बेहद सृजनात्मक ढंग से इतिहास और कल्पना के बीच तारतम्यता दिखाया गया है। आकाशदीप…

राही कहानी – सुभद्रा कुमारी चौहान की समीक्षा और पात्र

राही कहानी सुभद्रा कुमारी चौहान ने अपने कारागार के अनुभवों के ऊपर लिखी है। कहानी के पात्र राही – एक गरीब औरत जिसे चोरी के…

दुनिया का सबसे अनमोल रतन कहानी – प्रेमचंद की समीक्षा और पात्र परिचय

दुनिया का सबसे अनमोल रतन कहानी प्रेमचन्द की पहली कहानी है। यह कानपुर की एक उर्दू पत्रिका “जमाना” में वर्ष 1907 में प्रकाशित हुई। ततपश्चात…

पिता कहानी – ज्ञानरंजन की समीक्षा, पात्र परिचय और सारांश/सार

पिता कहानी ज्ञानरंजन की महत्वपूर्ण कहानियों में से एक है। पारिवारिक सम्बन्धों के बदलते स्वरूप को यह कहानी दर्शाती है। पुरानी और नई पीढ़ियों के…

गैंग्रीन / रोज़ कहानी – अज्ञेय की समीक्षा/सार और पात्र

गैंग्रीन / रोज़ कहानी का उद्देश्य एक युवती मालती के यांत्रिक वैवाहिक जीवन के माध्यम से नारी जीवन और उसके सीमित घरेलू परिवेश में बीतते…

दुलाई वाली कहानी – राजेन्द्रबाला घोष की समीक्षा और पात्र

दुलाई वाली कहानी को हिंदी की प्रथम मौलिक कहानी माना गया है। दुलाई वाली वर्ष 1907 में सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित हुई। स्थानीयपन, यथार्थ और…

कानों में कंगना कहानी – राधिकारमण प्रसाद सिंह की समीक्षा/सार और पात्र

“कानों में कंगना” वर्ष 1913 में “इंदु” में प्रकाशित हुई। यह एक मार्मिक कहानी है। मनुष्य के विवेक को जागृत करने वाले स्थलों का सूक्ष्म…

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